गुड़ खाने के फायदे (Jaggery Benefits in Hindi)
भारत में गुड़ हमारे खान-पान का एक जरुरी हिस्सा है। इसे गन्ने के रस से तैयार किया जाता है जोकि बिना केमिकल वाला एक मिठास से भरपूर प्राकृतिक श्रोत है। खाने में स्वाद के साथ साथ यह कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करता है। वैदिक काल से ही हमारे पूर्वजों ने इसके पोषक तत्वों व स्वास्थ्यवर्धक गुणों को पहचाना तथा इसे भोजन के के साथ शामिल किया। आज के समय में यह हमारे खान-पान का एक अहम हिस्सा बन गया है। इतना ही नहीं गुड़ का इस्तेमाल कई प्रकार की औषधियों प्राचीन काल से ही होता आया है। आप गुड़ का सेवन कई प्रकार से कर सकते हैं, इसे भोजन के बाद मीठे के रूप में ले सकते हैं, कई व्यंजनों में मिला सकते हैं तथा इसके द्वारा बनी मिठाइयों का भी स्वाद ले सकते हैं। कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी के अलावा इसमें एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा भी भरपूर होती है जो जानलेवा बिमारियों जैसे हृदय रोग या कैंसर की सम्भावनों को भी कम करता है।
आयुर्वेद में गुड़ को पाचन तंत्र के सुधार हेतु रामबाण औषधि के रूप में बताया गया है। इतना ही नीं यह एक ऊर्जा का बहुत अच्छा स्रोत है तथा यह अन्य रोगों से लड़ने के लिए हमारे इम्यून सिस्टम को भी मजबूती देता है। आयुर्वेद ही नहीं आज के आधुनिक समय में मॉडर्न विज्ञान ने इसके कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभों की पुष्टि की है। गुड़ को सर्दियों में शरीर के तापमान को सही रखने के लिए गुणकारी माना गया है। इसे रिफाइंड चीनी का भी एक दूसरा विकल्प माना जाता है जो आयरन, एंटीऑक्सीडेंट, कैल्शियम, पोटैशियम के साथ साथ अन्य कई विटामिन व कई प्रकार के प्राकृतिक खनिज का एक प्रमुख श्रोत है। इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए तथा मधुमेह की शिकायत वाले लोगों को इसके इस्तेमाल से पहले अवश्य ही डॉक्टर से राय लेनी चाहिए।
इस ब्लॉग पेज में हम आपको “गुड़ खाने के फायदे: पाचन से लेकर इम्यूनिटी तक, जानिए फायदे, पोषण मूल्य, मात्रा और खाने का सही समय व तरीका” से जुड़ी पूरी जानकारी देंगे। यदि आप भी इसके जरिये स्वास्थय लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना चाहते हैं तो इस ब्लॉग को अवश्य पूरा पढ़ें।
गुड़ की तासीर क्या है (What is the Effect of Jaggery)
गुड़ एक गर्म तासीर वाला मीठा खाद्य पदार्थ है जो ठंडियों के मौसम में शरीर को गर्मी देता है। यह ठण्ड से बचता है तथा हमारे खून को गर्म रखने में मदद करता है। इसकी तासीर गर्म होने की वजह से यह आपके पाचन तंत्र को उत्तम बनता है और साथ ही साथ शरीर के मेटाबॉलिज्म को भी सही रखने में मदद करता है। यह शरीर में सही तरीके से रक्त प्रवाह के लिए भी एक कारगर औषधि है जो ऊर्जा के स्तर को भी बूस्ट करता है। गुड़ की तासीर के कुछ लाभ नीचे दिए गए हैं।
आपको बता दें कि गुड़ को मॉडर्न चिकित्सा पद्धति तथा आयुर्वेद दोनों में त्वरित ऊर्जा देने वाला बताया गया है। गुड़ में भरपूर मात्रा में मौजूद कार्बोहाइड्रेट से शरीर के सभी हिस्सों में तेजी से ऊर्जा का संचार होता है। इसमें मौजूद लाभदायक तत्वों के कारण यह हमारे भोजन को पचाने में भी मदद करता है। जो लोग मेहनत यानी ज्यादा शारीरिक श्रम वाला काम करते हैं उनके लिए गुड़ सबसे अत्यधिक लाभकारी होता है।
गुड़ पाचन तंत्र के लिए बहुत लाभकारी होता है। यह पेट में खाना पाचन वाले तत्वों व एंजाइमों को और बढ़ता है जिससे हमारे खाना सही प्रकार से पचता है। इसके अलावा गुड़ में अत्यधिक फाइबर होता है जोकि एक प्राकृतिक रेचक के रूप में कार्य करता है जिससे गैस, कब्ज, एसिडिटी आदि जैसी समस्याएं भी कम होती हैं।
गुड़ न केवल पाचन सही करता है बल्कि शरीर को डिटॉक्सीफाई (अंदरूनी सफाई) भी करता है। यह हमारे लीवर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को शरीर से निकल कर हमारे रक्त को शुद्ध करता है। अगर आप नियमित इसका सेवन करते हैं तो आपका लिवर सही प्रकार से कार्य करता है।
गुड़ में मौजूद पोषक तत्त्व, जैसे विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स, मैग्नीशियम, पोटैशियम व अन्य कई प्रकार के आवश्यक खनिज हमारी रोगों से लड़ने की शक्ति को बढ़ता है। यह सभी पोषक तत्त्व व विटामिन हमारे शरीर की रोगों से लड़ने की शक्ति यानी प्रतिरक्षा प्रणाली को सुचारु करता है जिससे हमें संक्रमण और बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
मासिक धर्म के दर्द हर महिला के लिए बहुत असहनीय होता है। यदि आप गुड़ का सेवन करती हैं तो इसमें मौजूद प्राकृतिक गुण असमय होने वाले इस दर्द में रहत देते हैं। इसके साथ साथ मासिक धर्म के दौरान यह मांसपेशियों की ऐंठन को कम करता है। यह महिलाओं के मासिक धर्म चक्र को भी सुचारु व नियंत्रित करता है।
गुड़ एक हमारे घरों में पाए जाने वाली सबसे उत्तम घरेलू औषधि है जो कई प्रकार के रोगों से हमें बचता है। जिन लोगों को सांस लेने में तकलीफ होती है उनके लिए गुड़ एक जीवनदायक प्राकृतिक दवा है। यह सांस की नाली को साफ़ रक्त है जिससे ब्रोंकाइटिस, अस्थमा और अन्य श्वसन से जुड़ी परेशानियों में राहत देता है। साथ ही गर्म दूध या पानी के साथ इसके प्रतिदिन सेवन से नजला, जुखाम व खांसी जैसी आम समस्यांए भी समाप्त हो जाती हैं। यह रक्तचाप के नियंत्रित व त्वचा को स्वस्थ रखने में भी सहायक होता है।
गुड़ के पोषण मूल्य (Nutritional Value of Jaggery)
मिठास के भंडार गुड़ में विभिन्न पोषक तत्त्व व विटामिन होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य को उत्तम रखने में मदद करते हैं। पोटैशियम, विटामिन बी, कैल्शिय व मैग्नीशियम गुणकारी मिनरल्स हमारे समग्र स्वास्थ्य के लिए अति आवश्यक हैं। गुड़ में मौजूद सभी तत्त्व हमारे शरीर को स्वास्थ्य रखने व विभिन्न प्रकार के रोगों से बचने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
नीचे दी गई गुड़ के पोषण मूल्यों की टेबल के माध्यम से आप देख सकते हैं कि गुड़ हमारे लिए कितना जरुरी है:
गुड़ का पोषण मूल्य (प्रति 100 ग्राम) |
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पोषक तत्व |
मात्रा |
स्वास्थ्य लाभ |
कैलोरी |
383 किलो कैलोरी |
तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है |
कार्बोहाइड्रेट |
98 ग्राम |
शरीर की ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करता है |
आयरन |
11 मिलीग्राम |
हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाकर एनीमिया से बचाव करता है |
कैल्शियम |
80 मिलीग्राम |
हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है |
मैग्नीशियम |
70 मिलीग्राम |
मांसपेशियों और नर्वस सिस्टम के लिए आवश्यक |
पोटैशियम |
1050 मिलीग्राम |
इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखता है और रक्तचाप को नियंत्रित करता है |
विटामिन B |
विभिन्न प्रकार |
मेटाबॉलिज्म और ऊर्जा उत्पादन में मदद करता है |
फॉस्फोरस |
40 मिलीग्राम |
कोशिका निर्माण और ऊर्जा उत्पादन में सहायक |
जिंक |
0.2 मिलीग्राम |
इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है |
प्रोटीन |
0.4 ग्राम |
मांसपेशियों के विकास और मरम्मत में सहायक |
सोडियम |
19 मिलीग्राम |
रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है |
तांबा (कॉपर) |
0.1 मिलीग्राम |
एंटीऑक्सिडेंट गतिविधि में सुधार करता है |
मैंगनीज |
0.2 मिलीग्राम |
हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखता है |
सेलेनियम |
2.2 माइक्रोग्राम |
प्रतिरक्षा प्रणाली को समर्थन देता है |
फाइबर |
0.5 ग्राम |
पाचन में सुधार और कब्ज से राहत देता है |
विटामिन C |
7 मिलीग्राम |
प्रतिरक्षा को बढ़ाता है और त्वचा को स्वस्थ रखता है |
ऊपर दी गई टेबल से आप जान ही गए होंगे कि गुड़ कितने प्रकार के पोषक तत्वों को खजाना है। आम दिनचर्या में गुड़ का प्रतिदिन सेवन हमारी कई बीमारियों से बचाव और इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनता है। इसमें मौदूद प्राकृतिक मिठास चीनी का एक स्वस्थ विकल्प है जो शरीर में बढ़ रही अतिरिक्त कैलोरी नियंत्रित करता है।
गुड़ खाने के फायदे (Benefits of Eating Jaggery)
गुड़ स्वास्थ्यवर्धक व प्राकृतिक मीठा खाद्य पदार्थ है जो हमारे शरीर में कई प्रकार के होने वाले भयानक व दर्दनाक रोगों की संभावनों को कम करता है। पाचन को ठीक करने, खून की सफाई, तथा शरीर को डिटॉक्स करने के लिए गुड़ सर्वोत्तम औषधि है। इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट हमारे शरीर में शक्ति का संचार करता है तथा प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए भी लाभकारी है। गुड़ में पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियम व विटामिन्स हमारे शरीर के हानिकारक विषाक्त पदार्थों को निकलते हैं जिससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। जो लोग ब्रोंकाइटिस, अस्थमा या अन्य किसी सांस से सम्बंधित बीमारी झेल रहे हैं उनके लिए यह एक अमृततुल्य औषधि है जो श्वसन तंत्र को साफ रखता है।
इसके अलावा महिलाओं के लिए भी गुड़ एक प्राकृतिक औषधि है जो उनके मासिक धर्म के दर्द में राहत प्रदान करता है। अगर आप त्वचा को स्वस्थ व साफ़ रखना चाहते हैं तो गुड़ का सेवन प्रतिदिन अवश्य करें। साथ ही मोटापे से परेशान लोगों के लिए भी गुड़ वजन को संतुलित रखने में सहायता करता है।
गुड़ का सेवन कैसे करें (How to Eat Jaggery)
अपने दैनिक जीवन में गुड़ का प्रयोग आपके समग्र स्वास्थ्य लाभ के लिए उत्तम है। आयुर्वेद व मॉडर्न विज्ञान द्वारा प्रमाणित यह औषधि सदियों से हमारे शरीर की देखभाल के लिए सर्वोत्तम दवा रही है। एलोपैथी की कई प्रकार की दवाओं को बनाने के लिए भी गुड़ का प्रयोग किया जाता है। आइये नीचे आपको बताते हैं कि आप इसका सेवन आम दिनचर्या में कैसे कर सकते हैं।
- इसे छोटे टुकड़ों में काट कर सीधे खा सकते हैं जो आपके मुँह में मिठास के साथ साथ शरीर में उच्च ऊर्जा का संचार करता है।
- आप किसी भी गरम पेय जैसे चाय, दूध या गर्म पानी में घोलकर/मिलाकर भी इसका सेवन प्रतिदिन कर सकते हैं जिससे आपके शरीर की पौष्टिकता में विधि होगी।
- कई प्रकार की मिठाइयों को बनाने में भी गुड़ का प्रयोग होता है। हलवा, पिन्नी, लड्डू आदि जैसी मिठाइयों में इसकी भरपूर मात्रा मिले जाती है।
- इतना ही नहीं यह रोटी या परांठे के साथ भी खाया जा सकता है। इसके अलावा आप रात्रि के भोजन के बाद भी इसका सीधा सेवन कर सकते हैं।
- गुड़ को स्नैक्स के साथ में भी खाया जा सकता है। आप नारियल, मूंगफली, चना जैसे स्नैक्स के साथ इसका प्रतिदिन सेवन कर सकते हैं।
सेवन हेतु गुड़ की सही मात्रा (The Right Amount Of Jaggery To Consume)
उम्र/समूह |
दैनिक सेवन की मात्रा |
लाभ |
बच्चे (6-12 वर्ष) |
5-10 ग्राम |
ऊर्जा और पाचन में सुधार |
किशोर (13-18 वर्ष) |
10-15 ग्राम |
ऊर्जा और इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक |
वयस्क |
15-20 ग्राम |
पाचन, रक्त शुद्धि, और प्रतिरक्षा में वृद्धि |
गर्भवती महिलाएं |
10-15 ग्राम |
आयरन की कमी को पूरा करना |
बुजुर्ग |
10-15 ग्राम |
पाचन में सुधार और ऊर्जा प्रदान करना |
शारीरिक श्रम करने वाले |
20-25 ग्राम |
ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करना |
एथलीट |
25-30 ग्राम |
उच्च ऊर्जा और पोषण के लिए |
स्तनपान कराने वाली महिलाएं |
15-20 ग्राम |
पोषण और त्वरित ऊर्जा प्रदान करना |
कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग |
15-20 ग्राम |
इम्यूनिटी को बढ़ाना |
मधुमेह रोगी |
5-10 ग्राम |
सीमित मात्रा में सेवन से रक्त शर्करा को नियंत्रित रखना |
संतुलित मात्रा में नियमित गुड़ का सेवन करने से सभी पाकर के स्वास्थ्य लाभ इससे प्राप्त जा सकते हैं। आपको इसे अपने दैनिक आहार में जरूर शामिल करना चाहिए ताकि भविष्य में होने वाली जानलेवा बिमारियों से बचाव किया जा सके।
अंत में (उपसंहार - Conclusion);
प्राकृतिक व स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थ गुड़ हमारे शरीर को कई महत्वपूर्ण पोषक, विटामिन तथा खनिज देता है। हमारे पाचन तंत्र में सुधार से लेकर रक्त को शुद्ध करना व त्वरित ऊर्जा संचार के लिए यह एक उत्तम और आसानी से पाए जाने वाला स्रोत है। इसमें मौजूद विभिन्न महत्वपूर्ण पोषक तत्व जैसे कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम और विभिन्न विटामिन्स हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखते हैं जिससे हमारे रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है। इसलिए, हम आपको सलाह देंगे कि अपने दैनिक आहार में गुड़ को शामिल जरूर करें और इसके कई जीवनदायक स्वास्थ्य लाभों को प्राप्त करें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
गुड़ का सेवन क्या सभी आयु के लोग कर सकते हैं?
सभी आयु के लोग गुड़ का सेवन कर सकते हैं। हर आयु वर्ग के लिए यह एक सुरक्षित खाद्य पदार्थ है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी आयु के व्यक्ति इसे प्रतिदिन खाने के साथ सेवन कर सकते हैं। लेकिन यदि आपकी कोई एलोपैथिक दवा चल रही है तो इसके सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
डाइबिटीज (मधुमेह) का रोगी क्या इसे खा सकते हैं?
अगर किसी व्यक्ति को मधुमेह है तो इसके सेवन से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य ले लें। इसमें प्राकृतिक शर्करा बहुत अधिक मात्रा में होती है जो डाइबिटीज के लिए घातक भी हो सकती है।
इसके सेवन का सही समय क्या है?
रात्रि के खाना खाने के बाद इसका सेवन सबसे उत्तम होता है। खाना खाने के बाद गुड़ का सेवन करने से हमारा पाचन तंत्र सुचारु रूप से कार्य करता है। इसको दूध, चाय, या स्नैक्स के तौर पर भी खाया जा सकता है।
क्या शरीर के वजन के लिए गुड़ सहायक है?
बिलकुल, गुड़ शरीर के वजन को कम करने में मदद करता है। यह शरीर में मेटाबॉलिज्म बढ़ता है तथा भूख पर नियंत्रित भी लाता है।